ओ शेयर मार्केट के शॉर्ट टर्म कैपिटल गैन……. एक भावनात्मक कहानी शॉर्ट टर्म कैपिटल गैन की…
टैक्स के मामले में तेरे साथ कितना डिस्क्रिमिनेशन हो रहा है यार।
तेरे पैदा होने से पहले ही तुझ पर STT लग चुका होता है – परचेस के समय भी और सेल के समय भी- दो-दो बार STT चुकाकर तो तू पैदा होता है।
फिर पैदा होते से ही तुझ पर सीधे 20% का इनकम टैक्स आ जाता है। तेरे बाकी सारे संगी साथी, सारे दोस्त -सैलरी, रेंट, बिजनेस इनकम, डिविडेंड, ब्याज वगैरह तो 0,5, 10, 15 की स्लैब से गुजर कर जब 16 साल के होते हैं तो 20% की स्लैब में आते हैं पर तुझ पर तो सीधे 20% का बोझ आ जाता है।
वो जो 4 लाख तक की इनकम की छूट वाली मिठाई है, वह भी पहले तेरे दोस्तों को मिलती है। उनसे कभी बच जाए तो उस 0% स्लैब में तेरा नंबर लगता है।
तेरे बड़े भाई, शेयर मार्केट के LTCG को, सवा लाख रुपए की छूट मिलती है, तेरे नसीब में वह भी नहीं है।
वह जो इनकम टैक्स के मोहल्ले में 87A नाम का बगीचा है ना, जिसका एरिया अभी बढ़कर 12 लाख स्क्वायर फिट हो गया है, उसमें भी तेरे दोस्तों को ही जाने की परमिशन है। तू, तेरा बड़ा भाई और कुछ और गंदे बच्चे गार्डन के बाहर ही खड़े रहेंगे।
चलो क्रिप्टो, लॉटरी, हॉर्स रेस वाले तो बदनाम बस्ती के लोग हैं, उन पर 87A की रिस्ट्रिक्शन समझ में आती है। पर तू तो यार शेयर मार्केट की पैदाइश है, तेरे पेरेंट्स तो इज्जतदार है, फिर तुझ पर ऐसी बंदिश क्यों?
और तो और वो जो तेरे दो नालायक कजिन हैं ना , डे ट्रेडिंग और एफ &ओ, वैसे तो दोनों ही सटोरिये टाइप के हैं पर फिर भी उनको स्लैब का बेनिफिट मिलता है औऱ 87A की भी उन्हें परमिशन है। फिर यार तेरे ही साथ ऐसा सौतेला व्यवहार क्यों?
कुछ कर भाई कुछ कर । सेबी वाली माधवी आंटी से बात कर। पीयूष भैया, नितिन मामा की मदद ले। पीयूष भाई C A हैं, प्रॉपरली समझा सकते हैं निर्मला बुआ को। और नहीं तो सीधे अमित काका या नरेंद्र ताऊजी को ही चिट्ठी लिख दे। कम से कम 87A में तो तेरी और तेरे बड़े भाई की एंट्री अलाउ होना चाहिए।
यू डिजर्व ए बेटर ट्रीटमेंट, मेरे भाई ।
CA. मनीष डफरिया, इंदौर
PS : यह मान कर पढ़े कि आप इसे वर्ष 25- 26 में, फाइनेंस बिल 2025 पास होने के बाद पढ़ रहे हैं ।